Sunday, December 7, 2014

तुम्हारा ख्याल आते ही

कलम से____
तुम्हारा ख्याल आते ही सूखे पत्तों सी बिखर जाती हूँ,
करती हूँ कोशिशें, हर बार नाकामयाब हो जाती हूँ !!!
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Puneet Chowdhary.
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