Thursday, September 3, 2015

विरवा होगा तो चिडियां आएंगीं, आशाएँ जीवन की पूरी हो जाएंगी


कलम से _ _ _ _
एक नीम अपने आगंन हो
होती है इच्छा सबकी
रह जाती है कुछ की आधीअधूरी
कुछ की होती पूरी
कलुआ जाटव का आंगन है खाली
एक पेड़ नीम का हो इच्छा है भारी
विरवा होगा तो चिडियां आएंगीं,
आशाएँ जीवन की पूरी हो जाएंगी
नीम तले खाट बिछा अच्छा है लगता
नीदं आए गहरी और मजा खूब है आता
उधार किस किस का कब है देना
चिंता इसकी बिल्कुल नहीं सताती
नीम का एक विरवा जो मैं लगाऊँगा,
फल उसका पीढ़ी दर पीढ़ी पाऊँगा
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://spsinghamaur.blogspot.in/
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  • Mohammed Mobin बचपन नीम तले बीत है सो समझ सकता हूँ यह दर्द
  • BN Pandey "Nimasy Saayaa Shitalam Bhavati".... Ye Humane Apane 7th Standard Ke Pustak me Perhi Thi... Hamane BHI Apane Awaas per Ek Pavitr Aur Aurvedic Per ko lagaayaa Hai... Bahut Sunder.Sir..
  • Rajan Varma नीम पालना आज के युग में रइसी ठाठ की श्रेणी में आता है भाई सॉ; अौर हम तो अब शायद आाम श्रेणी में भी नहीं आते-
  • Rp Singh गर्मियों में मैंने अपना बचपन नीम के निचे खटिया डाल कर सो कर गुजारा है । वह दिन आज भी बहुत याद आते हैं
  • Amrendra Mishra वाह, आनंद आ गया कि इससे अच्छा और क्या हो सकता है !
  • Arun Kumar Singh बहुत सुंदर
  • Krishna Kumar Chandrakar Nice,Neem tree is liked due to scientific reasions in houses.Today it is the need of the day.
  • Ram Saran Singh हम लोग तो गाँव जाने पर नीम तले खाट डाल कर बैठते हैं । बड़ी ही सघन छाया और वातावरण भी स्वच्छ । क्या कहना । बहुत बढ़िया महोदय । आप पुरानी यादों को छेड़ कर हमें ताज़ा कर देते हैंं । धन्यवाद ।

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