Friday, September 5, 2014

सुप्रभात मित्रों। Good morning friends. 09 01 2014

सुप्रभात मित्रों।
Good morning friends.
09 01 2014

कलम से____

सोमवार !
मैं सोच रहा हूँ
आज मैं क्या कहूँ
सब तो कह चुका हूँ
अब और क्या कहूँ !

न कहते कहते
हर दिन कुछ कह जाता हूँ
कभी दिल आपका खुश करके हटता हूँ
कभी परेशान करके जाता हूँ !!

आज बस इतना ही कहूँगा
खुश रहा करिए
औरों को भी खुश करते रहिए
खुशी छोटी छोटी बातों से मिलती है
कभी हाल उनका भी ले लिया करिए
वो आपका ख्याल रखते बहुत हैं
कभी आप उनके लिए बेहाल हुआ करिए !!!

मैने दे दी हैं सारी परेशानियां तुम्हें
तुम भी मुझे कुछ परेशानी दे दिया करो
गम बांटने से बंटते हैं
दिल में रखने से रोग बनते हैं
रोगों को दूर ही रहने दीजिए !!!

//surendrapalsingh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: सुप्रभात मित्रों।
Good morning friends.
09 01 2014

कलम से____

सोमवार !
मैं सोच रहा हूँ
आज मैं क्या कहूँ
सब तो कह चुका हूँ
अब और क्या कहूँ !

न कहते कहते
हर दिन कुछ कह जाता हूँ
कभी दिल आपका खुश करके हटता हूँ
कभी परेशान करके जाता हूँ !!

आज बस इतना ही कहूँगा
खुश रहा करिए
औरों को भी खुश करते रहिए
खुशी छोटी छोटी बातों से मिलती है
कभी हाल उनका भी ले लिया करिए
वो आपका ख्याल रखते बहुत हैं
कभी आप उनके लिए बेहाल हुआ करिए !!!

मैने दे दी हैं सारी परेशानियां तुम्हें
तुम भी मुझे कुछ परेशानी दे दिया करो
गम बांटने से बंटते हैं
दिल में रखने से रोग बनते हैं
रोगों को दूर ही रहने दीजिए !!!

//surendrapalsingh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • S.p. Singh Good morning.
  • Neelesh B Sokey माना कि मैं अमीर नहीं हूं यह बात सच्च है। लेकिन कोई अपना बना ले तो उसके हर गम खरीद सकता हूं। 
    Good morning.
  • Harihar Singh सुप्रभात राधे राधे जी।बेहद उम्दा विचार।See Translation
  • S.p. Singh बहुत खूब नीलेश। पता नहीं होता कौन किससे किन हालातों में मिलता है। गम बाँट लेने से गम कम ही होगा।
  • Sp Dwivedi सुप्रभात ,दिवस मंगलमय हो
  • S.p. Singh आपको भी द्विवेदी जी।
  • Kunwar Bahadur Singh Good morning ji.
  • Rajan Varma सुप्रभात्- सोम सुमंगलम् - आप सही कह रहे हैं सर कि ग़म बाँटने से बँटते हैं पर गम के खरीदार कहाँ से लाअोगे- सिवाय एक अदद् captive बीवी के? कोरी हमदर्दी जताने वाले मिलते तो बहुत हैं पर वो जग-हँसाई का कारण अधिक होते हैं- बनिस्बत किसी ठोस सलाह अथवा मदद् का सबब बनने के; अतः मेरा व्यक्तिगत् मत तो यही है कि खुशियाँ बाँटों- कारवाँ बनेगा; ग़म छुपा कर रखो- शायद कभी तन्हाई में काम आये;
  • Arun Kumar Singh शुभ प्रभात
  • Sunil Gupta सच्ची दोस्ती बेजुबान होती है 
    ये तो आंरवो से बयां होती है 
    दोस्ती मे दर्द मिले तो क्या 
    दर्द में ही दोस्ती की पहचान होती है !
  • S.p. Singh माना कि सबसे विश्वसनीय दोस्त घरवाली ही है पर फिर भी चलते फिरते हम अपनी दिल की बात तो कह ही सकते हैं।stiffneck attitude में थोड़ा परिवर्तन लाने में हर्ज नज़र नहीं आता है।
  • Suresh Chadha Good Morning sir ji
  • SN Gupta Beautiful
  • S.p. Singh बहुत बहुत धन्यवाद।
  • BN Pandey GUM, DUKH, PARESHAANI, ULJHAN DUNIYAA ME TAMAAM AISI NEGATIVE CHEEJE HAI JISE HUM LOG KHUD -BAKHUD JANE ANJAANE INVITE KER LETE HAI AUR PHIR DHUDHATE HAI EK HUM SAFAR YAA REHNUMAA JO HUME AISE WAQT ME APANAA SAATH DE....................PRABHU NE DUNI...See More
  • Bhawesh Asthana सुप्रभात

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