Good morning friends.
सुप्रभात।
09 09 12 2014
"धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन।"
आजकल फेसबुक पर हमारे मित्र श्री राजन वर्मा एक परिचर्चा में व्यस्त हैं जिसका टाइटल है " आध्यात्म : दर्शन शास्त्र का विषय है या विज्ञान का?"।
परिचर्चा बड़े रोचक दौर में पहुंच चुकी है। जिन्हें रूचि हो इस परिचर्चा में भाग ले सकते हैं।
वैसे जैसा कि ऊपर दर्शाया गया है कुछ कुछ यही विचार आइन्स्टाइन के भी हैं।
सार्थकता दिख रही है। अब ईश्वर है यह तो सब मानते हैैं। देखना यह है कि वह इस ब्रह्मांड का संचालन कैसे करते हैं।
Management of any resource is vital and world over new and new practices are being deployed. Think how this great universe is getting managed. It's a science and best managerial practices make it more complicated to understand it. Anyway one can always try to learn a new item.
//सुरेन्द्रपालसिंह//
//surendrapalsingh//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Rajan Varma and Puneet Chowdhary.
सुप्रभात।
09 09 12 2014
"धर्मरहित विज्ञान लंगडा है, और विज्ञान रहित धर्म अंधा। ~ आइन्स्टाइन।"
आजकल फेसबुक पर हमारे मित्र श्री राजन वर्मा एक परिचर्चा में व्यस्त हैं जिसका टाइटल है " आध्यात्म : दर्शन शास्त्र का विषय है या विज्ञान का?"।
परिचर्चा बड़े रोचक दौर में पहुंच चुकी है। जिन्हें रूचि हो इस परिचर्चा में भाग ले सकते हैं।
वैसे जैसा कि ऊपर दर्शाया गया है कुछ कुछ यही विचार आइन्स्टाइन के भी हैं।
सार्थकता दिख रही है। अब ईश्वर है यह तो सब मानते हैैं। देखना यह है कि वह इस ब्रह्मांड का संचालन कैसे करते हैं।
Management of any resource is vital and world over new and new practices are being deployed. Think how this great universe is getting managed. It's a science and best managerial practices make it more complicated to understand it. Anyway one can always try to learn a new item.
//सुरेन्द्रपालसिंह//
//surendrapalsingh//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Rajan Varma and Puneet Chowdhary.
No comments:
Post a Comment