कलम से____
गये हुए थे पहाड़ पर घूमने को हम
झरने के साथ अचानक आ कुछ गिरा
उठा मैं लाया निकाल कर जहां वो गिरा
पत्थर था छोटा सा
हिस्सा किसी बड़े पहाड़ का...........
बड़े बड़े लोग जुदा हो जाते हैं
अपनी जमीन से
आँखें उदास रहतीं हैं
हसँते हैं फिर भी हम........
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary and Subhash Sharma.
गये हुए थे पहाड़ पर घूमने को हम
झरने के साथ अचानक आ कुछ गिरा
उठा मैं लाया निकाल कर जहां वो गिरा
पत्थर था छोटा सा
हिस्सा किसी बड़े पहाड़ का...........
बड़े बड़े लोग जुदा हो जाते हैं
अपनी जमीन से
आँखें उदास रहतीं हैं
हसँते हैं फिर भी हम........
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary and Subhash Sharma.
No comments:
Post a Comment