कलम से ____
परी एक
आसमां से उतर आई
घर में मेरे रौनक छाई है
हर दिन अच्छा लगता है
जीवन का पल पल महका लगता है
हसँती है खिलखिला के
फूल से झड़ते हैं
मकसद नया मिल गया हो
जीने की तमन्ना
फिर से जगा गया कोई ।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary.
परी एक
आसमां से उतर आई
घर में मेरे रौनक छाई है
हर दिन अच्छा लगता है
जीवन का पल पल महका लगता है
हसँती है खिलखिला के
फूल से झड़ते हैं
मकसद नया मिल गया हो
जीने की तमन्ना
फिर से जगा गया कोई ।
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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