कलम से_____
एक फूल ड़ाली से बिछड़ शीस चढ़ता है
वहीं दूसरा पावं तले कुचला जाता है !!
ऐसा क्यों होता है समझ नहीं आता है
इस दुनियां में अक्सर ही ऐसा होता है !!
दो बहनों के बीच नाता बड़ा निराला है
अपना पुत्र दोनों का बड़ा ही प्यारा है !!
पिता एक माता दो लगता बहुत न्यारा है
धर्म नीत चुप हो जाए तब ठीक लगता है !!
देवकी जाया जसोदा की आँख का तारा
कृष्ण हमारा भी तो यही कहता फिरता है !!
//surendrapal singh//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary.
एक फूल ड़ाली से बिछड़ शीस चढ़ता है
वहीं दूसरा पावं तले कुचला जाता है !!
ऐसा क्यों होता है समझ नहीं आता है
इस दुनियां में अक्सर ही ऐसा होता है !!
दो बहनों के बीच नाता बड़ा निराला है
अपना पुत्र दोनों का बड़ा ही प्यारा है !!
पिता एक माता दो लगता बहुत न्यारा है
धर्म नीत चुप हो जाए तब ठीक लगता है !!
देवकी जाया जसोदा की आँख का तारा
कृष्ण हमारा भी तो यही कहता फिरता है !!
//surendrapal singh//
http://spsinghamaur.blogspot.in/ — with Puneet Chowdhary.
No comments:
Post a Comment