Friday, September 5, 2014

शून्य

कलम से____

शून्य
शून्य को निहारो
निहारते ही रहो
अन्तर्मन स्वयं अन्तर्यामी
तक जा पहुंचेगा
मिले तूझे सर्वस्व
जिसे तू चाहेगा ।

शून्य
हां, शून्य
प्रश्न थे अनेक,
प्रखर बुद्धि धारक,
स्वामी विवेकानंद जी ने धर्म संसद में
उपदेश दिया था,
मर्म मानवता का हिन्दू धर्म शास्त्रानुसार
जग को समझाया था,
संदेश शून्य का लोगों तक पहुंचाया था।

शाश्वत सच है,
धरा पर,
आकाशगंगा में,
वायुमंडल में,
अग्निपथ में,
जल,
जीवन का आधार है
विन उसके जीवन गति विहीन है।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

शून्य
शून्य को निहारो
निहारते ही रहो
अन्तर्मन स्वयं अन्तर्यामी
तक जा पहुंचेगा
मिले तूझे सर्वस्व
जिसे तू चाहेगा ।

शून्य
हां, शून्य
प्रश्न थे अनेक,
प्रखर बुद्धि धारक,
स्वामी विवेकानंद जी ने धर्म संसद में 
उपदेश दिया था,
मर्म मानवता का हिन्दू धर्म शास्त्रानुसार 
जग को समझाया था,
संदेश शून्य का लोगों तक पहुंचाया था।

शाश्वत सच है,
धरा पर,
आकाशगंगा में,
वायुमंडल में,
अग्निपथ में,
जल, 
जीवन का आधार है
विन उसके जीवन गति विहीन है।

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Harihar Singh शुभ प्रभात राधे राधेSee Translation
    14 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh राधे राधे ।
  • Brahmdeo Prasad Gupta nice.good morning.
    13 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh सुप्रभातमित्रों।
  • Ram Saran Singh महोदय यह बड़ा गूढ़ रहस्य है । इस पर क्या कहा जाए ।
    12 hours ago · Unlike · 2
  • Rajan Varma 'शून्य को निहारो, अंतर्मन स्वयं अंतर्यामी तक जा पहुँचेगा; मिले तुझे सर्वस्व जिसे तू चाहेगा'- सत्य वचन; सारा खेल 'आँखों के पीछे- तीसरे तिल में स्थित शून्य में मन स्थिर करने का है'- उसके पश्चात तो मन स्वत: अपने सारे तमाशे बंद कर सीधे नाक की सीध में चल देता है- उस अंतर्यामी की गोद में; राधे राधे
    11 hours ago · Unlike · 1
  • आशीष कैलाश तिवारी क्या "कूट-कपड़छन्न" तरीका बताये हैं सर..... अन्तर्यामी से डायरेक्ट मीटिंग करने का।,,,,, मजा आ गया...... बट ये तो बताइए कि ये ससुरा "शून्यबा" कहाँ मिलेगा???? See Translation
    8 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh इधर आवा जाय। साथ साथ चलेंगे खोज में। वैसे सुना है कि एक आश्रम है कन्या कुमारी में वहाँ एक जगह बाबा जी के यहाँ
    8 hours ago · Like · 1
  • Sp Tripathi ज्ञान एवं रहस्यपूर्ण रचना ।See Translation
    8 hours ago · Unlike · 1

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