Sunday, March 1, 2015

नसीब बालों के दिन भी अब अच्छे नहीं आएंगे.....

आज सुबह से बादलों की आवाजाही हो रही है
बिन्डो एसी पर बूंदो की थपथपाहट से आँख है खुली
कल दिन तो खराब तो किया अब होली की तैयारी है
टेसू से बने रंग धरे रह जाएंगे पिचकारी में बच्चे भी रंग न भर पाएगें
अबके होली लगता है पहने थे जो स्वेटर उतर न पाएगें
बच के रहना यारो हुई तबीयत खराब इंजेक्शन भी नहीं मिल पाएगें
नसीब बालों के दिन भी अब अच्छे नहीं आएंगे.....
Good morning mitron.
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  • Ram Saran Singh बड़ा मीठा व्यंग्य है आपका । सही भी । मध्यम वर्ग को निराशा हुई है । हालाँकि कि आगे चलकर कुछ बेहतरी की आशा की जा सकती है ।
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  • Rajender Gaur dosh dekhne ki najar dekh hi lati hai
    8 hrs · Unlike · 1
  • Ram Saran Singh बिल्कुल सही है पांडे जी । ये बूढ़े सत्ता नहीं छोड़ेंगे । यही तो इनकी जीवन रेखा है । धन्यवाद ।
    8 hrs · Unlike · 2
  • Amrendra Mishra दिखाए गये सपने तो अच्छे थे...
    7 hrs · Unlike · 1
  • Tahsin Usmani Main kuch bhi kahunga to aap suchenge in ko yahi kahna hi tha.Is liye phiki phiki khamosh muskurahat se bajat ka swagat.
    7 hrs · Unlike · 2
  • SN Gupta बहुत कुछ कह रही हैं ये सुन्दर रचना
    5 hrs · Unlike · 2
  • Mohammed Mobin दिल्ली का भी रात से यही हाल है बारिश की वजह से सारा मौसम बदल गया है . रैना कोट पहन मानेगा इस बार होली का उत्सव .
    4 hrs · Unlike · 1

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