Saturday, February 14, 2015

प्रेम के बिना जीवन उस वृक्ष की भांति है जो फूल तथा फलों से रहित है। ~ काहलिल जिब्रान —

प्रेम के बिना जीवन उस वृक्ष की भांति है जो फूल तथा फलों से रहित है।
~ काहलिल जिब्रान
 — with Puneet Chowdhary.
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