कलम से____
दिल की बातें
दिल ही जानें
तू माने या ना माने
धड़क धड़क कर
चलता रहता
पल पल
जीवन चलता रहता
दिये की बाती
सा जलता रहता
बुझने के पहले
फक फक करता
हँसते गाते चेहरों को
रुआंसा कर जाता
दिल की बातें
दिल ही जाने
या फिर तू जाने.....
दिल ही जानें
तू माने या ना माने
धड़क धड़क कर
चलता रहता
पल पल
जीवन चलता रहता
दिये की बाती
सा जलता रहता
बुझने के पहले
फक फक करता
हँसते गाते चेहरों को
रुआंसा कर जाता
दिल की बातें
दिल ही जाने
या फिर तू जाने.....
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
http://spsinghamaur.blogspot.in/
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