शनिवार था
किसी के लिए शनीचर
अपने लिए तो
कमाई का दिन
आ बैठ
कुछ खा लें
कुछ पी लें
फिर
हिसाब करें
किसने कितने कमाये
अगले शनीचर क्या करें?
ये कमाई दुगुनी तिगुनी हो जाये.....
जय भारत का अंधविश्वास। — with Puneet Chowdhary.
किसी के लिए शनीचर
अपने लिए तो
कमाई का दिन
आ बैठ
कुछ खा लें
कुछ पी लें
फिर
हिसाब करें
किसने कितने कमाये
अगले शनीचर क्या करें?
ये कमाई दुगुनी तिगुनी हो जाये.....
जय भारत का अंधविश्वास। — with Puneet Chowdhary.
- Kamlesh Kumar Singh, Manoj Kumar, Arun Kumar Singh and 30 others like this.
- Shiv Kumar Yadav This superstition alone is a very big hurdle in progress of country sir..this turns an educated man in a silly one sir...
- S.p. Singh I fully agree. It happens when people don't have trust in themselves. We Indians are biggest hypocrites....
- Rajender Gaur ये भय है अनिश्चित ता के कारण , बहुत से लोग बिना योग्यता कब्जा जमाये है
योग्य व्यक्ति आसानी से भयभीत नही होता उसे दूसरे की आशा रहती है
अयोग्य न डरे तो क्या करे ? - Harihar Singh अंधविश्वास में जीते लोग।पता ही नही ऐक दो रूपये में शनिचर दूर।
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