हम चाँद तारों की बात करते है
खुले आसमान में उड़ान भरने की बात करते हैं
वो हैं इक ज़मीन पर हक़ छोड़ने की बात करते हैं
हम ज़मीनी हक़ीक़त की बात करते हैं
वो मालिक को नौकर बनाने की बात करते हैं
समझा है क्या तुमने इसे इतना आसां
गिरेबां में हाथ डालकर देखो वादे निभाए हैं कितने
जो मुकद्दर बदलने की बात करते हो.......
खुले आसमान में उड़ान भरने की बात करते हैं
वो हैं इक ज़मीन पर हक़ छोड़ने की बात करते हैं
हम ज़मीनी हक़ीक़त की बात करते हैं
वो मालिक को नौकर बनाने की बात करते हैं
समझा है क्या तुमने इसे इतना आसां
गिरेबां में हाथ डालकर देखो वादे निभाए हैं कितने
जो मुकद्दर बदलने की बात करते हो.......
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
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