Sunday, September 7, 2014

आज प्रातः का दृश्य !

कलम से____

आज प्रातः का दृश्य !

सोने भी नहीं देते हैं दुश्मन मेरी जां के
आकर जगा जाएगा कोई यह कह के
यह भी कोई सोने की जगह है यार
सोना ही है तो सो
महबूबा के आगोश में जाके
मेरा महबूब है कि मुझे बुलाता भी नहीं है
कहता है जा कमा के ला घर में अब कुछ भी नहीं है
खाने के पड़े हैं लाले तुझे चाय कैसै पिलाऊँ
दूध भी अब ललुआ के लिए बचा नहीं है !

जा, बाहर जा घर से निकल
कुछ तो करेगा
और नहीं तो टूटते रिश्तों को भरेगा
आस पर ही अब कट रही है
यह जिन्दगी
जा इस गांव अब तेरा बचा ही क्या है !!

सब तो चले गए शहर
तू ही अकेला रह यहाँ क्या करेगा !!!

(गावँ से पलायन का दर्द किसी को नहीं कचोट रहा है। हे भगवन, यह कैसी विडम्बना है?)

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
 — with आशीष कैलाश तिवारी and Puneet Chowdhary.
Photo: कलम से____

आज प्रातः का दृश्य !

सोने भी नहीं देते हैं दुश्मन मेरी जां के
आकर जगा जाएगा कोई यह कह के
यह भी कोई सोने की जगह है यार
सोना ही है तो सो 
महबूबा के आगोश में जाके 
मेरा महबूब है कि मुझे बुलाता भी नहीं है
कहता है जा कमा के ला घर में अब कुछ भी नहीं है
खाने के पड़े हैं लाले तुझे चाय कैसै पिलाऊँ
दूध भी अब ललुआ के लिए बचा नहीं है !

जा, बाहर जा घर से निकल
कुछ तो करेगा
और नहीं तो टूटते रिश्तों को भरेगा
आस पर ही अब कट रही है
यह जिन्दगी 
जा इस गांव अब तेरा बचा ही क्या है !!

सब तो चले गए शहर
तू ही अकेला रह यहाँ क्या करेगा !!!

(गावँ से पलायन का दर्द किसी को नहीं कचोट रहा है। हे भगवन, यह कैसी विडम्बना है?)

//surendrapal singh//

http://spsinghamaur.blogspot.in/
  • Harihar Singh सुप्रभात राधे राधे जीSee Translation
    21 hours ago · Unlike · 1
  • S.p. Singh सुप्रभात मित्रवर। राधे राधे ।
    21 hours ago · Like · 2
  • Rajan Varma सुप्रभात्- राधे राधे सर; बिन रोज़ी-रोटी के गाँवों में बसर मुश्किल होता जा रहा है; अधिकाधिक य़ाँत्रिक उपकरणों के चलते मज़दूरी मिलनी अौर भी कठिन होती जा रही है- पलायन ही एकमात्र विकल्प बचा है ग़रीब के पास!
    20 hours ago · Unlike · 2
  • Arun Kumar Singh दूध भी अब ललुआ के लिए बचा नहीं है !
    18 hours ago · Unlike · 1
  • आशीष कैलाश तिवारी ई ससुरा 'कलुआ' हिया सोय रहा है,,, हुआँ एकरा के मेहरारू 'कल्लावती' कुल्हाड़ी लेके एकरा के खोजत बानी।See Translation
    17 hours ago · Unlike · 2
  • S.p. Singh ललुआ के लिए दूध का इंतजाम नहीं कर रहा है। गाजियाबाद के पारिक में आके सोवत है ससुरा।
    16 hours ago · Edited · Like · 2

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