Sunday, November 16, 2014

जाओ हम तुम्हारी बात एकहु न मानेंगे

कलम से____

जाओ हम तुम्हारी बात एकहु न मानेंगे
रूठे हैं तोसें रूठे ही रहेंगे
का भयो राधिके बतइय्यो तो जरा
पतौ तो लगे काज है का
कहनि लगी राधिका मुँह बनायकें
रास खेलवेकों कल चों न आये
हम तुम्हारे इंतजार में बैठे रहे नैना बिछाये
बसि इतत्ती सी बात पै रूठी है मेरी रानी
आओ खेलें रास सखिंयन संग सुनो मेरी वाणी।।

//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
— with Puneet Chowdhary and Harihar Singh.
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  • Sudhakar Pandey Bahut Khoob Radhe Radhe
  • Ram Saran Singh आदरणीय ब्रज बोली में बोलती हुई उपालंभ भाव से भरी रचना बहुत सुंदर है । "रूठे हैं तोसें रूठे ही रहेंगे" प्यारी पंक्ति । धन्यवाद ।
  • S.p. Singh धन्यवाद, आजकल हरिहर भाई कुछ अपने आप से नाराज चल रहे हैं। यह भक्ति भाव उनको समर्पित है।
  • Harihar Singh अरे गुरू वाह वाह वाह।क्या बात है।See Translation
  • Harihar Singh मंगल कामना एसपी सिंह जी।See Translation
  • S.p. Singh सभी मित्रों का हार्दिक धन्यवाद एवं शुभकामनाएं।
    23 hrs · Like · 1
  • Neeraj Saxena Behtreen presentation
    23 hrs · Unlike · 1
  • Dinesh Singh बहुत ही लाजवाब रचनाSee Translation
    21 hrs · Unlike · 1
  • Devender Bansal · 2 mutual friends
    लो फिर से है रात हो गई समय हो गया सोने का,
    श्याम नाम जपते जपते मीठे सपनों में
    खोने का,
    आश बड़ी मन में लेकर
    मैं आज सांवरे सोता हूँ,
    दर्शन दे जावो सपने में मैं तेरी याद में
    रोता हूँ..
    अंखियों का नीर है खत्म हुआ कंठ
    मेरा भर्राया है,
    जर्जर शरीर भी कांप
    रहा क्यों मुझको बिसराया है..
    प्रत्य्क्ष नहीं तो सपनें में बस एक बार
    गले लगालो तुम,
    तेरा प्रेमी गिर पड़ा धरती पर
    बस आके श्याम उठालो तुम..
    शुभ रात्रि....जय श्री श्याम ।।।।। —
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    11 hrs · Like
  • Rp Singh Sundar post
    10 hrs · Unlike · 1
  • Bhawesh Asthana मानस हो तो वही रसखान बसों ब्रज गोकुल गाँव के धाम. great way and very nice to switch to that era. salute sir
    10 hrs · Unlike · 1
  • Anjani Srivastava सुंदर अति सुंदर रचना सर जी !See Translation
    9 hrs · Unlike · 1

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