कलम से____
" भोर होते ही उनको भूल गया
जो रात भर ख्वाबों में साथ रहे थे !!! "
जो रात भर ख्वाबों में साथ रहे थे !!! "
चलिए शुभ रात्री कह लें ख्वाबों में आने की बात कर रहा है कोई उसकी भी सुन लें। कल भोर में फिर मिलते हैं अपनी दुनियां में .....
//सुरेन्द्रपालसिंह © 2014//
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