कुछ मेरी, कुछ तेरी !
Sunday, March 8, 2015
तेरी याद आज फिर आ गई......
कलम से____
तू फिर आज
आकर रुला गई
तेरी याद
आज फिर आ गई......
©सुरेंद्रपालसिंह 2015
— with
Puneet Chowdhary
.
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Ramsevak Gupta
,
Krishna Kumud Tewari
,
Rajendra Singh
and
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Ajay Kr Misra
Bhavpurn khoobsurat marmik prastuti.
Jai Maa.
11 hrs
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BN Pandey
Maa Tujhe Baaram baar Pranaam...
9 hrs
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Puneet Chowdhary
Sir we are all with you and appreciate post of Pandey Jee as well. Both of you really paid great tributes to this parent child relation.
9 hrs
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Suresh Chadha
Suprabhatam sir ji maan ko chuu dene wali ek uttam prastuti . ...Maa Tujhe Salam
9 hrs
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Neeraj Saxena
Maa thuge salam
9 hrs
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Brahm Deo Singh
very like
8 hrs
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Anil K Garg
fantastic..
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Ram Saran Singh
ओह आदरणीय, इसे पढ़ते ही मुझे भी माँ की याद आ गई ।
8 hrs
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उमेश शर्मा
माँ तुझे सलाम
8 hrs
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Rakesh Kumar Gupta
Maa tujhe salaam
7 hrs
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Dinesh Singh
बहुत सुंदर सर
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Rajan Varma
छाया चित्र को देखें तो 'तू' माँ के लिये प्रयोग किया गया है- अौर संसार का कोई भी दूसरा प्रेम, माँ के निश्चल प्रेम के समक्ष ठहर नहीं सकता; अतः याद आने पर अन्तस भीग जाना स्वाभाविक है;
ग़र छाया चित्र न देखा जाये- तो 'तू' प्रियसी के लिये भी हो सकता है; उस संदर्भ में टिप्पणी को देखा जाये-
कालेज छोड़ने के बाद, मैं भूल-सा गया था रोना,
तेरी याद क्या आई, सैलाब-सा आ गया समंदर में;
7 hrs
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S.p. Singh
अति सुन्दर। जीवन के दो पहलू हैं यह। कभी यह कभी वो...
7 hrs
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